सम्बद्व-वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय,जौनपुर
Affiliated To Veer Bahadur Singh Purvanchal University,Jaunpur (U.P.)
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Date : 17/04/2024
Date : 10/04/2024
Date : 08/04/2024
Date : 08/04/2024
Date : 14/03/2024
Date : 14/03/2024
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ग्रामीण छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने के उद्देश्य से स्व0 देवराज दरबारी दुखांति सैनिक किसान महाविद्यालय, पचीपट्टी, मखदुमपुर, भीमापार, ग़ाज़ीपुर, ग़ाज़ीपुर उ0प्र0, की स्थापना सन 2015 में की गयी की स्थापना प्रायः ऐसी जगहों पर की गयी है जहाँ पहले से संस्थानों का अभाव है। स्थापना सन् 2015 में इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर की गयी। यह संस्थान कई एकड़ के परिसर में विकसित किया गया है। इस संस्थान में उल्लेखनीय सफलता पायी है। छात्र-छात्राओं के बीच खेलकूद और शिक्षणेतर गतिविधियों की सुदृढ़ परम्परा यहाँ की विशेषता रही है।
नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षाओं के लिए हम सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं। प्राध्यापक अपनी कक्षाओं के प्रति सजग रहे हैं। इस बात का सदैव ख्याल रखा जाता है कि छात्र-छात्राओं के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव न हो। परिसर रैगिंग से पूरी तरह मुक्त है। परिसर को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखने में प्राचार्य-प्राध्यापकों की प्रेरणा और कर्मचारियों की मुस्तैदी यहाँ देखी जा सकती है।विभिन्न अवसरों पर छात्र-छात्राओं की सहायता से स्वच्छता और वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते रहे हैं। गाँव की छात्राएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वे विभिन्न क्षेत्रों में अपना सम्मानजनक स्थान बना रही हैं। गाँव की लड़कियों के आगे बढ़ने में संस्थानों की बहुत बड़ी भूमिका है। न्यूनतम फीस और अधिकतम सुविधा की नीति ने गाँव की लड़कियों को निर्बाध तरीके से उच्च शिक्षा हासिल करने में सहायता पहुँचाई है। यह गौरव स्व0 देवराज दरबारी दुखांति सैनिक किसान महाविद्यालय, पचीपट्टी, मखदुमपुर, भीमापार, ग़ाज़ीपुर, ग़ाज़ीपुर उ0प्र0 को हासिल है। संस्थान में पुस्तकालय, वाचनालय एवं बुक बैंक की सुविधा उपलब्ध है | शिक्षणेत्तर कार्यक्रम के अन्तर्गत क्रीड़ा प्रशिक्षण, कार्यक्रम में संस्थान की सक्रिय सहभागिता रहती हैं |
वार्षिकोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रामों का आयोजन एवं प्रेरिकी के माध्यम से छात्र-छात्राओं से सम्पर्क तथा संस्थान के विकास के सन्दर्भ में समय-समय पर मूल्यांकन संस्थान की मुख्य विशेषताएं हैं | ग्रामीण एवं पिछड़ें क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं के सर्वागीण विकास के लिये यह संस्थान संकल्पित एवं प्रतिबद्ध हैं |